अपने पन का एहसास मांगती हूं
अपने पन का एहसास मांगती हू
प्रेम मांगती हूं, वक्त मांगती
मैं तुमसे तुम्हे ही मांगती हूं
सपनो में मेरे तुम ही हो
एहसास की खातिर तुम्हें मांगती हूँ
मांगू मैं ना तुम्हे तुमसे तो फ़िर किस से मांगू
तू मेरा है तुमसे ही मेरी दुनिया हैं
हैं तुम्हे भी मेरी मोहब्बत का एहसास मैं ये भी जानती हूं
सनम तुझे कसम है उस रात का
उन्हीं के सदके मेरा हक माँगती हूँ
प्रेम मांगती हूं , वक्त माँगती हूँ
सनम मैं तुमसे तुम्हें माँगती हूँ
तू दिल की बस्ती प्यार से भर दे
आँखों की चमक दीदार से भर दे
जो तन्हाई है एह
सनम हमें महफूज़ व मसरूफ़ रखना
हम पर तेरे इश्क की चांदनी धूप रखना
इंतज़ार में सब्र व मोहब्बत की राह माँगती हूँ
तुमसे तुम्हारे प्यार पर चाह की राह माँगतीहूँ
प्रेम माँगती हूँ वक्त माँगती हूँ
मैं तुमसे तुम्हें माँगता हूँ
हुई हूं ना मैं मायूस तुझ से
तू मुराद दिल की मेरा दिलबर
रुह साँसे रुमानी मोहब्बत तेरी खातिर
मैं ख़ुदा की तरफ़ से तुम्हें माँगती हूँ
- चूड़ी मांगती हूं,
- कंगन मांगती हूं,
- माथे की बिंदिया मांगती हूं,
- सनम मैं तुझ से
- सिंदूर मांगती हूं
- मैं अपने पन का एहसास मांगती हूं
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प्रेम माँगती हूँ ख्याल माँगती हूँ
मैं अपनेपन का एहसास मांगती हूं
प्रिया पाण्डेय "रोशनी"
Seema Priyadarshini sahay
05-Oct-2021 11:50 AM
Very nice
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Shalini Sharma
04-Oct-2021 05:37 PM
बहुत ही खूबसूरत तरीके से अपने लफ्जों को पेश किया है बेहतरीन ❤️❤️
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Swati chourasia
04-Oct-2021 04:26 PM
Very beautiful 👌👌
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